ड्रोन के लिए तकनीकी शब्द मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) है। ये ऐसे विमान हैं जिनमें मानव पायलट की जरूरत नहीं होती। निगरानी जैसे सैन्य ऍप्लिकेशन्स से लेकर फसल सुरक्षा, निर्माण परियोजना सर्वेक्षण, फिल्म निर्माण, स्वास्थ्य देखभाल, ई-कॉमर्स डिलीवरी जैसे व्यावसायिक अनुप्रयोगों तक, ड्रोन बनाने वाली कंपनी के शेयर हाल के दिनों में बहुत लोकप्रिय हो गए हैं।
स्टॉक का नाम | सब – सेक्टर | मार्केट कैप (₹ करोड़) | 5 वर्ष सीएजीआर (%) | 5 वर्ष रिटर्न-टू-इक्विटी (%) |
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (सांख्यसूत्र लैब्स और एस्टेरिया एयरोस्पेस) | रिफ़ाइनरी | 19,80,011 | 21 | 9 |
अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (जनरल एयरोनॉटिक्स) | व्यापार | 3,72,535 | 93 | 6 |
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड | एयरोस्पेस एवं रक्षा | 2,07,762 | 58 | 25 |
इन्फो एज (इंडिया) लिमिटेड | ई-कॉमर्स | 68,044 | 25 | 6 |
भारत फोर्ज लिमिटेड | ढलाई, कस्टिंग्स, और फ़ास्टनर्स | 52,854 | 19 | 11 |
रतनइंडिया एंटरप्राइजेज लिमिटेड | विविध | 11,903 | 100 | -73 |
ज़ेन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड | एयरोस्पेस एवं रक्षा | 6,849 | 64 | 12 |
पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड | टेक्सटाइल | 2,863 | – | 10 |
ड्रोन डेस्टिनेशन लिमिटेड | शिक्षा | 443 | – | – |
ड्रोनआचार्य एरियल इनोवेशन | शिक्षा | 428 | – |
जानकारी: यहाँ फरवरी 19, 2024 के अनुसार सर्वश्रेष्ठ ड्रोन बनाने वाली कंपनी के शेयर की सूची है। इन स्टॉक्स को मार्केट कैप के आधार क्रमबद्ध किया गया हैं।
ज़ेन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड 1995 में स्थापित हुई। एनएसई और बीएसई पर ये सूचीबद्ध, एक लाभदायक इंटरनेट कंपनी है। यह रक्षा और सुरक्षा बलों के लिए दुनिया भर में लड़ाकू प्रशिक्षण समाधान और काउंटर-ड्रोन सोल्यूशन्स में माहिर है। विश्व स्तर पर भेजे गए 40 से अधिक उत्पादों और 1,000 से अधिक सिमुलेटरों के साथ, इसका लक्ष्य युद्ध प्रशिक्षण में अग्रणी वैश्विक खिलाड़ी बनना है। कंपनी ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष में अपने 5 साल के औसत से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 17.7% का आरओई दिया। 12.23% का।
इन्फो एज (इंडिया) लिमिटेड की स्थापना 1995 में हुई थी। यह एक लाभदायक इंटरनेट कंपनी है जो भारतीय उपभोक्ता इंटरनेट क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञ सेवाओं के लिए बहुत लोकप्रिय है। हालाँकि इसकी शुरुआत अपने उद्यम ‘naukri.com’ से हुई, लेकिन हाल ही में इसने ड्रोन प्रौद्योगिकी स्टार्टअप में भारी निवेश किया है। एक मजबूत उपभोक्ता उद्योग अनुभव के परिणामस्वरूप, कंपनी ड्रोन उद्योग में भी भारी निवेश कर रही है।
ये कंपनी पांच क्षेत्रों के साथ रक्षा और अंतरिक्ष में सोल्यूशन्स प्रदान करती है। डिफेंस ऑप्टिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, हेवी इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रोटेक्शन इसकी कुछ टेक्नोलॉजीज में से हैं। 40+ वर्षों के अनुभव के साथ, यह रॉकेट और मिसाइल टेक, नौसेना सिस्टम में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है।
रतनइंडिया एंटरप्राइजेज लिमिटेड अपनी सहायक कंपनी नियोस्काई इंडिया लिमिटेड और थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स के माध्यम से भारत के ड्रोन उद्योग में एक अग्रणी कंपनी है। मैटरनेट में रणनीतिक निवेश के साथ, इसका लक्ष्य शहरी ड्रोन लॉजिस्टिक्स में क्रांति लाना है। रतनइंडिया एंटरप्राइजेज एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध है। यह ई-कॉमर्स, ईवी, फिनटेक और रिटेल में भी कदम रख रहा है।
2017 में स्थापित, ड्रोनआचार्य एरियल इनोवेशन एक कर्नाटक आधारित ड्रोन स्टार्टअप है। उस समय इसे राज्य सरकार से समर्थन मिला। कंपनी ने 2020 में परिचालन शुरू किया। इसने कुशल यूएवी और जिओ-स्पेशियल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र और ड्रोन पाठ्यक्रम देना भी शुरू किया है।
सैन्य उद्देश्यों के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग किसी न किसी रूप में 18वीं शताब्दी से किया जा रहा है। 20वीं सदी की शुरुआत में युद्ध के लिए ‘केटरिंग बग्स’ जैसे पायलट रहित विमानों का इस्तेमाल किया गया। 1930 के दशक तक अमेरिका और ब्रिटेन ने रेडियो-नियंत्रित विमान विकसित कर लिया था। 2013 में, एमेजॉन (Amazon) ने ड्रोन का उपयोग करके डिलीवरी की सुविधा की घोषणा की और इसने कमर्शियल ड्रोन उपयोग की शुरुआत को चिह्नित किया।
लगातार और उच्च वृद्धि वाली ड्रोन कंपनियों की तलाश करें, जो बाजार में मज़बूत खिलाड़ी होने का संकेत देती हैं। उभरते बाजार और विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन का इस्तेमाल होने के कारन वृद्धि और भी ज़्यादा प्रभावशाली होती है।
रिसर्च एंड डेवेलपमनट निवेश को प्राथमिकता देने वाली कंपनियों के ड्रोन तक्नीक में बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना ज़्यादा होती है, जो भविष्य में विकास की संभावनाएं प्रदान करेगी। बदलते रहने वाले ड्रोन उद्योग में नई खोजें करने वाली ड्रोन कंपनी बेहतर साबित होंगी। वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने और जोखिम कम करने के लिए प्रबंधनीय डी/ई अनुपात (आदर्श रूप से 1 से नीचे) वाली कंपनियों को चुनें।
ड्रोन का उपयोग कृषि, रक्षा, रसद, स्वास्थ्य सेवा और ई-कॉमर्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है। जो कंपनियाँ विभिन्न उद्देश्यों के लिए ड्रोन का उपयोग करती हैं, वे लंबी अवधि में बेहतर विकास के साथ बेहतर मुनाफा कमाती हैं।
ड्रोन उद्योग में नवाचार और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए, भारत सरकार ने ड्रोन निर्माताओं के लिए पीएलआई योजना जैसी विभिन्न पहल शुरू की हैं। यह वित्तीय और कानूनी सहायता ड्रोन कंपनियों की बाजार प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाती है।
भारत में ड्रोन उद्योग का भविष्य आशाजनक दिखाई देता है, पर्याप्त निवेश से राजस्व वृद्धि (रेवेन्यू ग्रोथ) मुमकिन है। यह क्षेत्र रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा करने और भारत के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए तैयार है। तकनीकी नवाचार और उद्यमशीलता पहल के साथ निरंतर सरकारी समर्थन, आगे विकास को बढ़ावा देगा और भारत को वैश्विक ड्रोन बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा। ड्रोन बनाने वाली कंपनी के शेयर हो या कोई अन्य ड्रोन कंपनी के स्टॉक्स, पाए सभी स्टॉक्स की जानकारी एंजल वन के माध्यम से। Angel One वेबसाइट पर आप निवेश के विभिन्न मामलों में मदद प्राप्त कर सकते हैं। यहां पर आपको निवेश के लिए संपूर्ण जानकारी और उपयोगी सलाह प्राप्त होती है। वेबसाइट पर निवेश के लिए अनलाइन टूल्स, विशेषज्ञ सलाह, और मार्केट एनालिसिस उपलब्ध हैं। अधिक जानकारी के लिए एंजल वन के ब्लॉग्स को नियमित फॉलो करते रहे।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह या किसी विशेष स्टॉक में निवेश की सिफारिश के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। शेयर बाजार में जोखिम होते हैं, और कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले गहन शोध करना और पेशेवर मार्गदर्शन लेना आवश्यक है।
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