हाल के दिनों में रेलवे सेक्टर के पीएसयू स्टॉक्स में एक भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिसमें आईआरसीटीसी और रेल विकास निगम के शेयर प्राइस की तुलना में तकरीबन 30% तक की कमी हो गई है। इस गिरावट का कारण है कि कुछ निर्धारित कारणों के चलते सेक्टर की उम्मीदों के साथ कार्यवाही में गति नहीं बन रही है। साथ ही कुछ महीनों में आने वाले लोकसभा चुनावों की वजह से भी निवेशकों के मन में भी संकोच बना हुआ है, ऐसा विश्लेषकों का मानना है।
रेलवे सेगमेंट ने हाल के कुछ समय से कई कारणों से दबाव महसूस किया है। एक कारण हो सकता है कि स्टॉकस की तीव्र रैली पर कई निवेशकों ने प्रॉफिट बुक किया। जैसा कि हमने पहले बताया, साल के शुरू में कई रेल शेयर्स की कीमतों ने अपने 52-हफ्ते की ऊंचाई प्राप्त की थी। ऐसे में इन कंपनियों का मूल्यांकन बहुत ही ऊपर चला गया था, असलियत से कई आगे। स्टॉक्स की मूल्यों में उच्चतम दर की बढ़ती वैल्यूएशन भी इस सेगमेंट के लिए एक चिंता बनी रही है, जहां स्टॉक्स की मूल्यों में बढ़ती वृद्धि की वजह से यह स्टॉक्स पिछले पांच वर्षों की औसत से कहीं अधिक महंगे दिख रहे थे।
दूसरा कारण है की इनमे से कई कंपनियों के Q3 FY 24 परिणाम अच्छे नहीं रहे। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है की बाजार की उम्मीद थी कि रेलवे कंपनियों से एक बड़ा अच्छा परफॉरमेंस रिजल्ट आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
ऑर्डर का प्रवाह रेल सेक्टर के प्रॉफ़िट्स लिए बहुत ज़रूरी है। वैसे तोह इस सेगमेंट के लिए कई ऑर्डर्स आ रहे हैं, लेकिन ऑर्डर की पूर्ति में काफी समय लगता है। आर्डर बुक थोड़ी कमज़ोर होने के कारण इस सेक्टर की कुछ कंपनियां वर्ष के लिए अपने टार्गेट्स पूरा करने में सक्षम नहीं हो पाएंगी। इसलिए, यह भी एक अन्य मुद्दा बन गया है रेल शेयर्स के दाम में गिरावट का।
इसके अलावा, आने वाले लोकसभा चुनावों के आसपास, सेगमेंट में प्रमुख सरकारी आदेशों में एक कमी भी हो सकती है, जिसका परिणाम पूरे पीएसयू सेक्टर को प्रभावित कर सकता है। देखा जाये तोह यह दो धारी तलवार है। जिस तरह रेल शेयर के दामों में गिरावट पूरे पीएसयू सेक्टर पर असर कर सकती है, उसी तरह पीएसयू सेक्टर की कई बड़ी कंपनियों के आशा से कम Q3 रिजल्ट्स का थोड़ा प्रभाव रेल स्टॉक्स पे भी देखा गया है. इसको कहले हैं ‘स्पिलवर इफ़ेक्ट’।
हाल का केंद्रीय बजट भी रेलवे स्टॉक्स पर दबाव डाल रहा है। हालांकि रेल सेक्टर को बजट में ₹2.55 लाख करोड़ मिला (जो की पिछले साल से तकरीबन ६% ज़्यादा था), पर विशेषज्ञों के अनुसार, मार्केट में उम्मीद थी की रेल सेक्टर को इस से ज़्यादा बजट मिलेगा जो की हुआ नही।
आइये ज़रा नज़र डालते हैं रेल सेक्टर में शामिल कुछ दिग्गज कंपनियों पे और देखते हैं उनके शेयर्स की परफॉरमेंस रिपोर्ट।
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने अपनी Q3 FY 24 के परिणामों की रिपोर्ट 8 फरवरी को दी। इसके 3 – 4 दिन में ही शेयर मूल्य में 11 प्रतिशत के आसपास की गिरावट हुई। इस वर्ष 31 जनवरी को इस स्टॉक का उच्चतम स्तर पहुंचा था ₹308.25, और तब से तकरीबन 33.4 प्रतिशत की गिरावट हुई है 12 फेब्रुअरी तक। लेकिन तब से, शेयर की कीमत ₹229.60 से थोड़ा ऊपर आयी है और 16 फरवरी की मार्केट क्लोसिंग पे कीमत थी ₹251.65।
इसके साथ ही, आईआरकॉन (IRCON) का स्टॉक भी 11.49 प्रतिशत गिरा और 12 फरवरी को ₹194.25 पर बंद हुई। इस स्टॉक कीमत में इस वर्ष के 25 जनवरी के उच्चतम स्तर से 29.87 प्रतिशत की कमी हुई थी। लेकिन स्टॉक ने वापिस रैली की है और पहुँचा ₹225.75 पर 16 फरवरी की मार्केट क्लोसिंग तक।
रेलटेल ने भी 25 जनवरी को ही इस वर्ष का उच्चतम स्तर छुआ ₹437.75 का. बाकी रेल स्टॉक्स की तरह, इसने भी 12 फरवरी को तेज़ गिरावट देखी 17.3 प्रतिशत की। तबसे, लेकिन, स्टॉक की कीमत थोड़ी ऊपर आयी है और 16 फरवरी की मार्केट क्लोसिंग पे यह पहुँच चुकी थी ₹378.30।
आईआरसीटीसी (IRCTC) की कहानी भी रेल सेक्टर के बाकी स्टॉक्स जैसी ही है। इसमे 19 जनवरी को इस वर्ष के उच्चतम स्तर से 8.42 प्रतिशत की कमी हुई थी और 12 फरवरी को मूल्य में 4 प्रतिशत की गिरावट हो गई, जिससे यह फरवरी ₹901 पर बंद हुई। 16 फरवरी को शेयर का प्राइस था ₹940.10।
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IRFC) बहुत चर्चा में रहा है। साल के शुरू से 31 जनवरी तक इसमें तकरीबन 75 प्रतिशत की बढ़त हुई थी और पहुँच कीमत पहुँच गयी थी ₹ 175.15। पूरे सेक्टर की तरह 12 फरवरी को आईआरएफसी शेयर प्राइस में अपने इस वर्ष के उच्चतम स्तर से 30 प्रतिशत की कमी हुई थी। उस दिन के दाम ₹132.95 से स्टॉक ऊपर आकर 16 फरवरी को पहुंच चुका है ₹155.65 तक।
विशेषज्ञों के अनुसार, हम एक और सुधार की उम्मीद कर सकते हैं, जिसके बाद कंसोलिडेशन संभावित है। जबकि आदेश पुस्तक बढ़ी गई है, और स्टॉक्स थोड़े रीरेट हो गए हैं, कई विशेषज्ञों है की फंडामेंटल अनैलेसिस के हिसाब से वे अभी भी महंगे हैं, और इन कंपनियों में और 10 से 15 प्रतिशत तक की और गिरावट हो सकती है। कुछ और विशेषज्ञों की सोच है की 12 फरवरी की गिरावट की बाद से सारे ही रेल स्टॉक्स ऊपर उठें हैं जो की शायद एक संकेत है आने वाली स्तीर्था का।
असलियत में क्या होगा यह तो समय ही बताएगा, लेकिन इस समय, निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और स्थिति को ध्यानपूर्वक देखना चाहिए। कोई भी इन्वेस्टमेंट अच्छे से जांच पड़ताल करके ही करें। रेलवे शेयर हो या आईआरएफसी शेयर प्राइस, पाए सभी शेयर्स की जानकारी एंजल वन के माध्यम से। एंजल वन (Angel One) वेबसाइट पर आप निवेश के विभिन्न मामलों में मदद प्राप्त कर सकते हैं। यहां पर आपको निवेश के लिए संपूर्ण जानकारी और उपयोगी सलाह प्राप्त होती है। वेबसाइट पर निवेश के लिए अनलाइन टूल्स, विशेषज्ञ सलाह, और मार्केट एनालिसिस उपलब्ध हैं। अधिक जानकारी के लिए एंजल वन के ब्लॉग को नियमित फॉलो करते रहे।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह या किसी विशेष स्टॉक में निवेश की सिफारिश के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। शेयर बाजार में जोखिम होते हैं, और कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले गहन शोध करना और पेशेवर मार्गदर्शन लेना आवश्यक है।
Published on: Feb 29, 2024, 1:09 PM IST
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