आईटी सेक्टर में एक विरोधाभासी घटना हो रही है। एक तरफ, दुनिया भर की आईटी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं, जिससे उनकी कुल संख्या में कमी आ रही है। दूसरी तरफ, आईटी शेयर बाजार में तेजी का रुख बनाए हुए हैं, जिससे उनका इंडियन शेयर का मूल्य बढ़ रहा है। इसका कारण क्या है? इसके पीछे कौन से तत्व जिम्मेदार हैं? आइए इस ब्लॉग में जानते हैं।
आईटी कंपनियों में छंटनी का मुख्य कारण है उनके ग्राहकों का व्यवहार बदलना। आईटी कंपनियों के ग्राहक आमतौर पर बड़े और मध्यम आकार के उद्योग हैं, जो अपने व्यापार को डिजिटल रूपांतरण के माध्यम से सुधारना चाहते हैं। लेकिन कोरोना महामारी के कारण, इन ग्राहकों ने अपने खर्चों में कटौती कर दी है, जिससे उनके आईटी खर्चों पर भी प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा, ग्राहकों ने अपनी मांग को बदलने और अनुकूलित करने की कोशिश की है, जिससे उन्हें नए और उन्नत आईटी समाधानों की जरूरत पड़ी है।
इससे आईटी कंपनियों को अपने व्यापार मॉडल को बदलना पड़ा है, जिसमें उन्हें अपने कर्मचारियों की संख्या को कम करना पड़ा है। आईटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को छोड़ने के लिए विभिन्न कारण बताए हैं, जैसे कि प्रदर्शन, कौशल, अनुपलब्धता, अनुचित व्यवहार, आदि। लेकिन इनमें से कुछ कारण तो सिर्फ बहाने हैं, जिनका उद्देश्य है कर्मचारियों को छोड़ने का दबाव बनाना। आईटी कंपनियों का मकसद है अपने लागत को कम करना, अपनी लाभांश को बढ़ाना, और अपने ग्राहकों की बदलती मांग को पूरा करने के लिए अपने कौशल को अपग्रेड करना।
आईटी कंपनियों में छंटनी के बावजूद, आईटी शेयर बाजार में तेजी का रुख बनाए हुए हैं। इसका कारण है कि आईटी कंपनियों की रेवेन्यू ग्रोथ अभी भी मजबूत है, जो उनके लाभांश को बढ़ा रही है। आईटी कंपनियों की रेवेन्यू ग्रोथ का मुख्य कारण है उनके ग्राहकों का डिजिटल रूपांतरण करने का अभियान, जिससे उन्हें नए और उन्नत आईटी समाधानों की जरूरत पड़ रही है। इन आईटी समाधानों में शामिल हैं क्लाउड, आईओटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, ब्लॉकचेन, आदि। इन आईटी समाधानों का उपयोग करके, ग्राहक अपने व्यापार को अधिक कुशल, अधिक प्रभावी, निर्भर, और सुरक्षित बना सकते हैं। इसके अलावा, ग्राहकों को अपने व्यापार को कोरोना महामारी के प्रभाव से बचाने और अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रहने के लिए डिजिटल रूपांतरण करना जरूरी है।
इसलिए, आईटी कंपनियों को इन नए और उन्नत आईटी समाधानों को अपने ग्राहकों को प्रदान करने के लिए अपने कौशल को अपग्रेड करना पड़ रहा है। इसके लिए, उन्हें अपने कर्मचारियों को इन नए तकनीकों पर प्रशिक्षित करना होगा, या फिर उन्हें नए और कुशल कर्मचारियों को नियुक्त करना होगा। इस प्रक्रिया में, उन्हें अपने कुछ पुराने और कम कुशल कर्मचारियों को छोड़ना पड़ सकता है, जो उनके व्यापार के लिए अनुकूल नहीं हैं।
इस प्रकार, आईटी कंपनियों की छंटनी का एक और कारण है उनका कौशल ट्रांसफॉर्मेशन, जिससे वे अपने ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए तैयार हो सकें।
आईटी कंपनियों की छंटनी और आईटी शेयर की तेजी के बीच का संबंध यह है कि दोनों ही उनके व्यापार के अनुकूलन का परिणाम हैं। आईटी कंपनियों ने अपने लागत को कम करके, अपनी रेवेन्यू ग्रोथ को बढ़ाकर, और अपने कौशल को अपग्रेड करके, अपने व्यापार को डिजिटल रूपांतरण के लिए अनुकूल बनाया है। इससे, उनके शेयरों का मूल्य बढ़ा है, जिससे उनके निवेशकों को लाभ हुआ है।
इस ब्लॉग में हमने आईटी कंपनियों में छंटनी और आईटी शेयर की तेजी के बारे में जाना है। हमने देखा है कि ये दोनों ही उनके व्यापार के अनुकूलन का परिणाम हैं, जिससे वे अपने लागत को कम करके, अपनी रेवेन्यू ग्रोथ को बढ़ाकर, और अपने कौशल को अपग्रेड करके, अपने ग्राहकों की बदलती मांग को पूरा करने के लिए अपने व्यापार को डिजिटल रूपांतरण के लिए अनुकूल बनाया है। हमने ये भी जाना है कि इससे उनके कर्मचारियों और ग्राहकों पर कैसा असर पड़ता है, और उनके लिए कौन सी चुनौतियां हैं। आज ही एंजल वन पर अपना डीमैट अकाउंट खोले और आईटी कंपनियों के शेयर में निवेश करे। यहां पर आपको निवेश के लिए संपूर्ण जानकारी और सभी प्रकार की उपयोगी सलाह प्राप्त होती हैं।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह या किसी विशेष स्टॉक में निवेश की सिफारिश के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। शेयर बाजार में जोखिम होते हैं, और कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले गहन शोध करना और पेशेवर मार्गदर्शन लेना आवश्यक है।
Published on: Mar 20, 2024, 7:05 PM IST
We're Live on WhatsApp! Join our channel for market insights & updates