दोस्तों। एंजेल वन के इस पॉडकास्ट में आपका स्वागत है।दोस्तों, डिविडेंड ज़्यादातर निवेशकों के लिए बहुत अच्छा शब्द है। डिविडेंड सुन के निवेशक बहुत खुश हो जाते हैं, क्योंकि इसका मतलब है जेब में कमाई। लेकिन डिविडेंड की कई ऐसी टर्म्स हैं जो निवेशकों को परेशान कर देती हैं- जैसे कि , रिकॉर्ड डेट सही में क्या होता है? और एक्स-डिविडेंड डेट का क्या मतलब है? एक निवेशक कब असल में डिविडेंड प सकता है? चलिये आज हम डिविडेंड विभाजन कि प्रक्रिया पर बात करते हैं। 4 डिविडेंड डेट होती हैं जो किसी भी निवेशक के लिए ज़रूरी है। यह 4 डिविडेंड डेट हैं डिविडेंड घोषणा का दिन। रिकॉर्ड डेट, एक्स-डिविडेंड डेट, डिविडेंड पेमेंट डेट। मूलत : डिविडेंड विभाजन एक प्रक्रिया होती है। किसी भी प्रक्रिया के कुछ पड़ाव होता हैं। जैसे कि आप किसी पार्टी में दोस्त बना रहें हैं और लकी ड्रा कि घोषणा होती है- जिन मेहमानो का बिज़नस कार्ड निकला वो एक भव्य जगह पर छुट्टियाँ जीतेंगे। यह पहली स्टेज है। फिर सारे लोग अपने बिज़नस कार्ड एक बाउल में डाल देते हैं। कुछ ने पहले ही अपने कार्ड डाल दिये हैं, कुछ ने अभी डालें हैं क्योंकि इनाम काफी आकर्षक है। फिर लकी ड्रा का समय आया और विजेता घोषित किए गए। यह तीसरी स्टेज है, चौथी स्टेज में विजेता अपने इनामों को इस्तेमाल करने के लिए चले जाते हैं। डिविडेंड प्रक्रिया भी कुछ ऐसे है है। कुछ स्टेजिस हैं जो खेलनी पड़ती हैं, इनाम मिलने और असल में इनाम पाने से पहले। हर स्टेज का अपना महत्व है- और विभाजन प्रक्रिया में हर स्टेज का स्टॉक कि कीमत पर भी असर पड़ता है। डिविडेंड विभाजन डेट # 1 डिविडेंड घोषणा डेट। इस दिन पर कंपनी घोषणा करती है कि इस डेट पर इतने % डिविडेंड निवेशकों को दिया जाएगा। इस स्टेज के दौरान ज़्यादातर स्टॉक कि कीमतें बहुत बढ़ जाती हैं क्योंकि निवेशक अपने निवेश पर डिविडेंड जल्दी क्लैम करना चाहते हैं। इनका सोच है कि अभी शेयर खरीदो और अभी उसका डिविडेंड क्लैम कर लो इससे बढ़िया और क्या हो सकता है? मांग से शेयर कि कीमतें बढ़ जाती हैं और काफी निवेशक इसे उस शेयर को बेचने का सबसे अच्छा समय मानते हैं।क्योंकि उन्होने स्टॉक कुछ कम कीमत पे खरीदा होगा, स्टॉक के कीमत में थोड़ा बहुत अस्थिरता दिखा जाएगी घबराहट के कारण। लेकिन क्या यह सच है कि डिविडेंड कि घोषणा के बाद आप स्टॉक खरीद सकते हैं और डिविडेंड भी क्लैम कर सकते हैं। जी हाँ , यहीं रिकॉर्ड डेट और एक्स- डिविडेंड डेट कि बारी आती है। डिविडेंड विभाजन डेट # 2 इस डेट पे कंपनी उन निवेशकों को पहचानती है जो डिविडेंड लेने के लिए मान्य हैं। रिकॉर्ड डेट के बाद ज़्यादातर स्टॉक कि कीमत गिरती है क्योंकि अब डिविडेंड का समय है। कुछ निवेशक अभी भी होल्ड करते हैं क्योंकि लोक टर्म्स और स्टॉक प्राइस लिंकड मुनाफे कि उम्मीद में। इंट्राडे निवेशक अपनी अलग स्ट्रेटजी लगाते हैं। कुछ लंबी अवधि वाले निवेशक इस समय को स्टॉक खरीदने के ल्ये सबसे अच्छा मानते हैं क्योंकि स्टॉक की कीमत कम होती है। लेकिन इस स्टेज में स्टॉक की कीमतें गिर जाती हैं। रिकॉर्ड तो रिकॉर्ड देत के अंत में बन जाते है तो अगर रिकॉर्ड देत या उससे एक दिन पहले कोई निवेशक स्टॉक खरीद लेगा तो क्या डिविडेंड उसे मिल जाएगा? नहीं दोस्त , हमें शेयर की डेलीवेरी के लिए भी इंतज़ार करना पड़ेगा। जब आप कोई भी शेयर खरीदते हो तो उसे आपके डिमेट अकाउंट में आने के लिए 2 दिन का समय लगता है। तो अगर आप किसी रिकॉर्ड डेट पर एक शेयर होल्डर की तरह सत्यापन चाहते हैं तो आपको रिकॉर्ड डेट से दो दिन पहले वो शेयर खरीदना होगा ताकि वो आपके डिमेट अकाउंट में आ जाये। और अब हम आते हैं - - डिविडेंड विभाजन डेट # 3 - एक्स- डिविडेंड डेट- एक्स- डिविडेंड डेट किसी भी निवेशक के लिए शेयर खरीदने की आखरी डेट है अगर वो डिविडेंड का फ़ायदा लेना चाहता है। इस दिन के बाद एक नए बायर को डिविडेंड नहीं मिल पाएगा। क्या होता है अगर रिकॉर्ड डेट रिपब्लिक डे या दिवाली या किसी पब्लिक हॉलिडे के बाद हो? बहुत आसान है एक्स-डिविडेंड डेट को रिकॉर्ड डेट से और पीछे कर दिया जाता है ताकि निवेशकों को शेयर अपने डिमेट अकाउंट में मिल जाएँ। अगर आप डिविडेंड क्लैम करना चाहते हो तो आपको रिकॉर्ड डेट और एक्स-डिविडेंड डेट पे ध्यान देना है ताकि आप एलईटी होने की वजह से यह मौका न खो दो।डिविडेंड विभाजन डेट # 4 - डिविडेंड पेमेंट डेट- इस दिन के लिए आपको कभी- कभी काफी दिन रुकना पड़ता है, क्योंकि कंपनी को डिविडेंड घोषणा के 30 दिन के अंदर डिविडेंड दें होता है। अब तो सभी ऑनलाइन ट्रेड करते है निवेशकों के अकाउंट डिटेल्स रजिस्टर होते हैं तो उन्हें डिविडेंड अपने अकाउंट में मिल जाता है। पर फिर भी अपने अकाउंट पर ध्यान रखिए यह देखने के लिए की डिविडेंड क्रेडिट हुआ या नहीं। याद रखिए डिविडेंड 2020 के बजट के अनुसार निवेशक के लिए टेक्स के दायरे में आता है। अब टैक्स की राशि आपके टैक्स स्लेब पर निर्भर करती है, अगर आपका टैक्स स्लेब 20 % से कम है तो आपका फायदा हो सकता है, क्योंकि आपको कम पैसा देना पड़ेगा। तो इस तरह अगर आपने कुछ गंवाया है जब 2020 से पहले डिविडेंड विभाजन टैक्स रहता था। अगर आप टैक्स स्लेब से बाहर हैं तो आपको कोई टैक्स नहीं दें पड़ेगा अपने डिविडेंड पर।लेकिन अगर आप हाइ टैक्स ब्रैकेट में आते हैं तो आपको काफी ज्यादा टैक्स देना पद सकता है। इसलिए यह निवेशक डिविडेंड घोषणा के समय पर जब कीमतें बढ़ी होती हैं अपना स्टॉक बेचना पसंद करते हैं। यह सब सुनकर आपको पता चला होगा की डिविडेंड विभाजन प्रक्रिया में में कुछ निवेशओन के लिए खरीदने और कुछ के लिए स्टॉक बेचने का अवसर होता है। निवेश से पहले शेयर बाज़ार के सारे पहलुओं के बारे में जान लें जैसा आप यह पॉडकास्ट सुनकर कर रहें हैं। दोस्तों आज के लिए बस इतना ही फिर मिलते हैं अगली बार तब तक के लिए एंजेल वन की तरफ से अलविदा और शुभ निवेश। निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन है कृपया सभी दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ लें।
What is Dividend Date? Record Date? And Ex-dividend Date? | Hindi
दोस्तों। एंजेल वन के इस पॉडकास्ट में आपका स्वागत है।दोस्तों, डिविडेंड ज़्यादातर निवेशकों के लिए बहुत अच्छा शब्द है। डिविडेंड सुन के निवेशक बहुत खुश हो जाते हैं, क्योंकि इसका मतलब है जेब में कमाई। लेकिन डिविडेंड की कई ऐसी टर्म्स हैं जो निवेशकों को परेशान कर देती हैं- जैसे कि , रिकॉर्ड डेट सही में क्या होता है? और एक्स-डिविडेंड डेट का क्या मतलब है? एक निवेशक कब असल में डिविडेंड प सकता है? चलिये आज हम डिविडेंड विभाजन कि प्रक्रिया पर बात करते हैं। 4 डिविडेंड डेट होती हैं जो किसी भी निवेशक के लिए ज़रूरी है। यह 4 डिविडेंड डेट हैं डिविडेंड घोषणा का दिन। रिकॉर्ड डेट, एक्स-डिविडेंड डेट, डिविडेंड पेमेंट डेट। मूलत : डिविडेंड विभाजन एक प्रक्रिया होती है। किसी भी प्रक्रिया के कुछ पड़ाव होता हैं। जैसे कि आप किसी पार्टी में दोस्त बना रहें हैं और लकी ड्रा कि घोषणा होती है- जिन मेहमानो का बिज़नस कार्ड निकला वो एक भव्य जगह पर छुट्टियाँ जीतेंगे। यह पहली स्टेज है। फिर सारे लोग अपने बिज़नस कार्ड एक बाउल में डाल देते हैं। कुछ ने पहले ही अपने कार्ड डाल दिये हैं, कुछ ने अभी डालें हैं क्योंकि इनाम काफी आकर्षक है। फिर लकी ड्रा का समय आया और विजेता घोषित किए गए। यह तीसरी स्टेज है, चौथी स्टेज में विजेता अपने इनामों को इस्तेमाल करने के लिए चले जाते हैं। डिविडेंड प्रक्रिया भी कुछ ऐसे है है। कुछ स्टेजिस हैं जो खेलनी पड़ती हैं, इनाम मिलने और असल में इनाम पाने से पहले। हर स्टेज का अपना महत्व है- और विभाजन प्रक्रिया में हर स्टेज का स्टॉक कि कीमत पर भी असर पड़ता है। डिविडेंड विभाजन डेट # 1 डिविडेंड घोषणा डेट। इस दिन पर कंपनी घोषणा करती है कि इस डेट पर इतने % डिविडेंड निवेशकों को दिया जाएगा। इस स्टेज के दौरान ज़्यादातर स्टॉक कि कीमतें बहुत बढ़ जाती हैं क्योंकि निवेशक अपने निवेश पर डिविडेंड जल्दी क्लैम करना चाहते हैं। इनका सोच है कि अभी शेयर खरीदो और अभी उसका डिविडेंड क्लैम कर लो इससे बढ़िया और क्या हो सकता है? मांग से शेयर कि कीमतें बढ़ जाती हैं और काफी निवेशक इसे उस शेयर को बेचने का सबसे अच्छा समय मानते हैं।क्योंकि उन्होने स्टॉक कुछ कम कीमत पे खरीदा होगा, स्टॉक के कीमत में थोड़ा बहुत अस्थिरता दिखा जाएगी घबराहट के कारण। लेकिन क्या यह सच है कि डिविडेंड कि घोषणा के बाद आप स्टॉक खरीद सकते हैं और डिविडेंड भी क्लैम कर सकते हैं। जी हाँ , यहीं रिकॉर्ड डेट और एक्स- डिविडेंड डेट कि बारी आती है। डिविडेंड विभाजन डेट # 2 इस डेट पे कंपनी उन निवेशकों को पहचानती है जो डिविडेंड लेने के लिए मान्य हैं। रिकॉर्ड डेट के बाद ज़्यादातर स्टॉक कि कीमत गिरती है क्योंकि अब डिविडेंड का समय है। कुछ निवेशक अभी भी होल्ड करते हैं क्योंकि लोक टर्म्स और स्टॉक प्राइस लिंकड मुनाफे कि उम्मीद में। इंट्राडे निवेशक अपनी अलग स्ट्रेटजी लगाते हैं। कुछ लंबी अवधि वाले निवेशक इस समय को स्टॉक खरीदने के ल्ये सबसे अच्छा मानते हैं क्योंकि स्टॉक की कीमत कम होती है। लेकिन इस स्टेज में स्टॉक की कीमतें गिर जाती हैं। रिकॉर्ड तो रिकॉर्ड देत के अंत में बन जाते है तो अगर रिकॉर्ड देत या उससे एक दिन पहले कोई निवेशक स्टॉक खरीद लेगा तो क्या डिविडेंड उसे मिल जाएगा? नहीं दोस्त , हमें शेयर की डेलीवेरी के लिए भी इंतज़ार करना पड़ेगा। जब आप कोई भी शेयर खरीदते हो तो उसे आपके डिमेट अकाउंट में आने के लिए 2 दिन का समय लगता है। तो अगर आप किसी रिकॉर्ड डेट पर एक शेयर होल्डर की तरह सत्यापन चाहते हैं तो आपको रिकॉर्ड डेट से दो दिन पहले वो शेयर खरीदना होगा ताकि वो आपके डिमेट अकाउंट में आ जाये। और अब हम आते हैं - - डिविडेंड विभाजन डेट # 3 - एक्स- डिविडेंड डेट- एक्स- डिविडेंड डेट किसी भी निवेशक के लिए शेयर खरीदने की आखरी डेट है अगर वो डिविडेंड का फ़ायदा लेना चाहता है। इस दिन के बाद एक नए बायर को डिविडेंड नहीं मिल पाएगा। क्या होता है अगर रिकॉर्ड डेट रिपब्लिक डे या दिवाली या किसी पब्लिक हॉलिडे के बाद हो? बहुत आसान है एक्स-डिविडेंड डेट को रिकॉर्ड डेट से और पीछे कर दिया जाता है ताकि निवेशकों को शेयर अपने डिमेट अकाउंट में मिल जाएँ। अगर आप डिविडेंड क्लैम करना चाहते हो तो आपको रिकॉर्ड डेट और एक्स-डिविडेंड डेट पे ध्यान देना है ताकि आप एलईटी होने की वजह से यह मौका न खो दो।डिविडेंड विभाजन डेट # 4 - डिविडेंड पेमेंट डेट- इस दिन के लिए आपको कभी- कभी काफी दिन रुकना पड़ता है, क्योंकि कंपनी को डिविडेंड घोषणा के 30 दिन के अंदर डिविडेंड दें होता है। अब तो सभी ऑनलाइन ट्रेड करते है निवेशकों के अकाउंट डिटेल्स रजिस्टर होते हैं तो उन्हें डिविडेंड अपने अकाउंट में मिल जाता है। पर फिर भी अपने अकाउंट पर ध्यान रखिए यह देखने के लिए की डिविडेंड क्रेडिट हुआ या नहीं। याद रखिए डिविडेंड 2020 के बजट के अनुसार निवेशक के लिए टेक्स के दायरे में आता है। अब टैक्स की राशि आपके टैक्स स्लेब पर निर्भर करती है, अगर आपका टैक्स स्लेब 20 % से कम है तो आपका फायदा हो सकता है, क्योंकि आपको कम पैसा देना पड़ेगा। तो इस तरह अगर आपने कुछ गंवाया है जब 2020 से पहले डिविडेंड विभाजन टैक्स रहता था। अगर आप टैक्स स्लेब से बाहर हैं तो आपको कोई टैक्स नहीं दें पड़ेगा अपने डिविडेंड पर।लेकिन अगर आप हाइ टैक्स ब्रैकेट में आते हैं तो आपको काफी ज्यादा टैक्स देना पद सकता है। इसलिए यह निवेशक डिविडेंड घोषणा के समय पर जब कीमतें बढ़ी होती हैं अपना स्टॉक बेचना पसंद करते हैं। यह सब सुनकर आपको पता चला होगा की डिविडेंड विभाजन प्रक्रिया में में कुछ निवेशओन के लिए खरीदने और कुछ के लिए स्टॉक बेचने का अवसर होता है। निवेश से पहले शेयर बाज़ार के सारे पहलुओं के बारे में जान लें जैसा आप यह पॉडकास्ट सुनकर कर रहें हैं। दोस्तों आज के लिए बस इतना ही फिर मिलते हैं अगली बार तब तक के लिए एंजेल वन की तरफ से अलविदा और शुभ निवेश। निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन है कृपया सभी दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ लें।